शिमला के कुमारसैन के रहने वाले कुलदीप सिंह राठौर लंबे अरसे तक पार्टी प्रवक्ता भी रह चुके हैं. मौजूदा समय में वह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं.
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में गुरुवार को बड़ा बदलाव हुआ. छह साल से सूबे में पार्टी की कमान संभाल रहे सुक्खविंद्र सिंह सुक्खू को कांग्रेस हाईकमान ने हटाकर कुलदीप सिंह राठौर को पार्टी की कमान सौंपी. वीरभद्र सिंह खेमा लंबे समय से सुक्खू को हटाने की मांग कर रहा था.
कौन है राठौर
कुलदीप सिंह राठौर के पास संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है. उनके पास संगठन में काम को लेकर कई जिम्मेदारियां भी रहीं. राठौर ने क़ॉलेज के दिन से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की और साल 1978 में एनएसयूआई में शामिल हुए. इसके बाद वह 1981 से लेकर 1987 तक एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष रहे. उन्हें केंद्रीय छात्र संघ में 1979-80 में अध्यक्ष भी चुना गया था. राठौर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता और मीडिया एवं फ्रंटल संगठनों के प्रमुख रह चुके हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में कसुम्पटी और ठियोग निर्वाचन क्षेत्रों से कांग्रेस के टिकट के दावेदार भी रहे.
ये जिम्मेदारियां निभा चुके हैं
शिमला के कुमारसैन के रहने वाले कुलदीप सिंह राठौर लंबे अरसे तक पार्टी प्रवक्ता भी रह चुके हैं. मौजूदा समय में वह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं. इसके अलावा, वह हिमाचल यूथ कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी और एनएसयूआई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वह पेशे से वकील भी हैं.
आनंद शर्मा खेमे से हैं
कुलदीप सिंह राठौर पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के करीबी माने जाते हैं. इन्हें वीरभद्र खेमे का भी विरोधी माना जाता है. पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और सुखविंद्र सिंह सुक्खू के बीच समय-समय पर मदभेद की खबरें सामने आती रही हैं. वीरभद्र और सुक्खू एक दूसरे के धुर-विरोधी हैं. अक्सर सार्वजनिक मंचों पर दोनों एक दूसरे की खिलाफत करते देखे गए हैं. हालांकि वीरभद्र सिंह ने उनकी नियुक्ति का स्वागत किया है.