ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि न अर्थशास्त्र का छात्र हूं, न छात्र हूं फाइनांस का। लेकिन मेरा फर्ज है कि बजट की त्रुटियों को सामने रखूं। एक लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक देश की अर्थव्यवस्था बहुत अच्छी नहीं है।
हमारे पास बहुत सी आय नहीं है। यह आखिरी वर्ष है जो 14वें वित्त आयोग का है। 15वें वित्त आयोग के संकेत अच्छे नहीं है। सभी को मिलकर 15वें वित्त आयोग पर दबाव बनाना होगा। ताकि आर्थिक स्थिति को सुदृढ किया जाए। उन्होंने कहा कि बजट में जो योजना बताई गई है। वह स्कीम केवल प्रोपोजल के लिए भेजी है। सरकार को हकीकत लोगों के बीच लेकर जानी चाहिये।
भारत कृषि प्रधान देश है। ज्यादा फोकस कृषि की ओर करने की आवश्यकता है। मगर दुख से कहना पड़ रहा है ऐसा नहीं है। इस बजट में किसानों के लिए कुछ नहीं किया। कोई भी घटना क्रम होगा उसका प्राइमरी कारण एक होता है बाकी अनेकों कारण भी होता है।
प्राकृतिक खेती से किसानों को नुकसान होगा। कॉरपोरेट का एजेंडा है। वह हमारी खेती को खराब करना चाहते है।इसलिए बागवान किसानों को छिड़काव के लिए दवा उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि प्राकृतिक फॉर्मूला इतना ही पसंद है तो स्वाइन फ्लू को लेकर प्राकृतिक उपचार क्यों नहीं किया जा रहा। उधर जो गाय देने की बात की जा रही है वह सिंधी गाय लात मारती है। उन्होंने कहा कि
बकरी तो आएगी इम्पोर्टेन्ट और गाय आएगी वो जो लात मारने वाली है।
टूरिज्म के बारे में कहा कि 2018 में प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की संख्या 1.96 करोड़ से घट कर 1.64 करोड़ पहुंच गई है।
स्तर गिरने का वैज्ञानिक कारण ढूंढना पड़ेगा।
मोदी जी मोदी जी से बात नहीं बनने वाली है।
दलितों पर आक्रमण हुए, जिन्दान को गाड़ी के नीचे रौंद दिया गया। धर्मपुर में महिला के साथ अभद्र व्यवहार हुआ। कुल्लू में फूल आ गया दलित के पास तो उसको पीट दिया। सिंघा ने कहा कि आपकी पुलिस मुकद्दमे दायर नहीं करती। भीमराव अंबेडकर की बात करते है पर न्याय की बात आती है तो कुछ नहीं करते। राकेश सिंघा ने कहा कि बजट में पीटीए टीचर के बारे में लिखा है पर बहुत से छूटे है। उनके बारे में सरकार कुछ नहीं सोच रही। कंप्यूटर टीचर, आउटसोर्स व पुलिस के बारे में तो सोचा ही नहीं। संस्कृत भाषा को दूसरी राजकीय भाषा घोषित करने पर उन्होंने कहा कि पंजाबी, पहाड़ी या डोगरी बोलते तो हम कहते अच्छी है। संस्कृत से कोई लाभ नहीं होने वाला।
विधायक राकेश सिंघा द्वारा सदन में दलितों पर अत्याचार का मामला उठाने पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राकेश सिंघा छात्र जीवन से नेता है। हमने भी छात्र राजनीति की है। मगर हम अब छात्र नहीं है और न ही यह छात्र राजनीति है। हम यहां विधानसभा में बहुत जिम्मेदारी के साथ बैठे है हैं। सीएम ने कहा कि जिन्दान मामले में कार्रवाई हुई है। कुल्लू जिला से संबधित मामले में भी कानून व्यवस्था बनाने के अतिरिक्त 4 लोगों की गिरफ्तारियां हुई है। सनसनी नहीं फैलानी चाहिए। हमारा प्रयास समाज को जोड़ने का होना चाहिए।
राकेश सिंघा द्वारा दलितों पर हो रहे अत्याचार के मामले उठाने पर स्पष्टीकरण देते हुए मंत्री गोबिंद ठाकुर ने कहा कि सिंघा जोश में ज्यादा बोल रहे है। कुल्लू में जो घटना घटी है उनकी हमने निंदा की है। मैंने स्वयं उन परिवारों से मीटिंग की और 4 लोगों पर एफआईआर दर्ज हुई है और दोषियों को अब तक जमानत नहीं मिली है।