इनमें से जैक राइफल्स के जवान राजेश कुमार (41) निवासी बिलासपुर हिमाचल प्रदेश की अस्पताल में मौत हो गई। पांच लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। हिमस्खलन की चपेट में आने से आईटीबीपी के पांच जवान भी घायल हो गए हैं।
आईटीबीपी और भारतीय सेना के 150 जवान रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए हुए हैं। जिला प्रशासन और पुलिस के जवान भी सूचना मिलने के बाद मौके पर रवाना हो गए।
150 लोगों का दल जवानों को खोजने में लगा
पुलिस के मुताबिक चीन सीमा से सटी नमज्ञा पंचायत के डोगरी नाले के आसपास बुधवार सुबह भारतीय सेना के छह और आईटीबीपी के 10 जवान पेट्रोलिंग पर निकले थे। दोपहर करीब 12 बजे डोगरी नाले में पहाड़ी से ग्लेशियर खिसक कर नीचे गिरा, जिससे बर्फीला तूफान आ गया।
संयुक्त पेट्रोलिंग पर निकले जवान इसकी चपेट में आ गए। सेना की टुकड़ी में शामिल सभी छह जवान बर्फ के नीचे दब गए। आनन-फानन एक जवान राजेश कुमार को घायल अवस्था में बाहर निकाल अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
वहीं सेना के पांच अन्य जवान अभी भी लापता हैं। जिनकी तलाश में आईटीबीपी, भारतीय सेना, जिला प्रशासन और पुलिस के करीब 150 लोग जुटे हुए हैं। बुधवार को दिन भर रेस्क्यू टीम लापता जवानों की तलाश में जुटी हुई है। लापता जवानों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
एसपी किन्नौर साक्षी वर्मा ने कहा कि नमज्ञा में हिमस्खलन की चपेट में आने से भारतीय सेना के एक जवान की मौत हो गई है, जबकि पांच अन्य लापता हैं।
भारतीय सेना, आईटीबीपी, जिला प्रशासन और पुलिस के जवान लापता जवानों की तलाश को सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। मृतक जवान को घटनास्थल से पूह स्थित आर्मी हेडक्वार्टर लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शाेक जताया
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने कहा है कि उन्हें दी गई सूचना के अनुसार शिपकिला के पास हिमखंड गिर गया। आईटीबीपी के डेढ़ सौ जवान इन्हें निकालने में जुटे हैं। एक जवान को हिमखंड के नीचे से बाहर निकाला गया, मगर पूह के पास इस जवान का देहांत हो गया।
वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किन्नौर जिला के नामगिंया डोगरी में हिमस्खलन की चपेट में आने से एक सेना के जवान की मौत पर शोक व्यक्त किया है। सीएम ने कहा कि प्रदेश सरकार सेना के जवानों को जल्द राहत व पुनर्स्थापन कार्य के लिए हर संभव सहायता उपलब्ध करवाएगी।
उन्होंने कहा कि उपायुक्त किन्नौर को सेना तथा आईटीबीपी प्रशासन के साथ निरतंर संपर्क में रहने के निर्देश दिए गए है। सूचना के अनुसार सेना तथा आईटीबीपी के दो अलग-अलग दल नामगिंया डोगरी में पैट्रोलिंग कर रहे थे जब यह हिमस्खलन हुआ। इस दौरान आईटीबीपी के पांच जवान भी घायल हुए।