बाली ने वर्तमान सांसद शांता कुमार को लेकर कहा कि वो प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. बहुत से प्रोजेक्ट उन्होंने शुरू किए थे, लेकिन वो अभी अधूरे पड़े हैं. नेताओं को समय सीमा का ध्यान रखकर प्रोजेक्ट शुरू करना चाहिए. आने वाले समय में जो भी लोकसभा सांसद बनेगा उसे यह ध्यान रखना होगा कि अधूरे पड़े प्रोजेक्ट्स का पूरा किया जाए.
वहीं, बेरोजगरों को रोजगार भत्ता न मिलने पर बाली ने कहा कि वर्तमान सरकार ने फिर से बेरोजगारों के साथ अन्याय किया है. आज प्रदेश में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बन चुका है. किसान और बेरोजगार नौजवान को लेकर एक रणनीति बनाई जाएगी और उसके बाद सरकार से इसके बारे में जवाब मांगा जाएगा.
वहीं, कांग्रेस में नए प्रदेश अध्य्क्ष बनने के बाद कांग्रेस में चल रही आपसी बयानबाजी पर बाली ने कहा कि यह परमपरा रही है कि जब भी कोई अपना पद छोड़ता है तो उसके काम का आकलन किया जाता है. उनके सकारात्मक काम की चर्चा होती है और नकारात्मक काम नजरअंदाज किया जाता है. नेताओं को बयानबाजी से बाज आना चाहिए. वहीं, बाली ने सुक्खू की तारीफ करते हुए कहा की वह आम परिवार से निकल कर राजनीति में आये थे. निचले क्षेत्र में लीडरशिप की जरूरत थी. पार्टी किसी एक व्यकित से नही चलती है. नए अध्यक्ष से उम्मीद है की वह सबको साथ मे लेकर चलेंगे.