Himachal Mandi News in Hindi

Himachal News: संकट में जयराम ठाकुर के दो ड्रीम प्रोजेक्ट, हवाई अड्डा की समीक्षा करेगी कांग्रेस

पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजेक्ट व जिद में शामिल रहे मंडी जिला के बल्ह में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे और शिवधाम पर भी संकट के बादल मंडरा गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व भाजपा सरकार के नौ महीनों के फैसलों, घोषणाओं व नए खोले तथा शुरू किए गए संस्थानों की समीक्षा का निर्णय करने के बाद अब मंडी के बल्ह विस में प्रस्तावित हवाई अड्डे को लेकर भी कांग्रेस ने मोर्चा खोलने की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही सूत्रों के मुताबिक दोनों प्रोजेक्ट को अब ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। मंडी जिला से कांगे्रस के वरिष्ठ नेता पहले भी बल्ह में हवाई अड्डा बनाने के पक्ष में नहीं रहे हैं। अब इसे लेकर कांग्रेस नेता शीघ्र ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिलने की तैयारी में हैं। जिसमें मंडी जिला में प्रस्तावित हवाई अड्डे को बल्ह की उपजाऊ भूमि की जगह कहीं और बनाने को लेकर पैरवी की जाएगी। इसके साथ मंडी के कांगणीधार में बन रहे शिवधाम प्रोजेक्ट पर भी खतरा मंडरा गया है। सरकार के आदेशों के बाद इसके अगले प्रस्तावित प्रारूप पर भी रोक लग गई है। शिवधाम निर्माण का पूर्व सरकार ने एक ही 36 करोड़ का टेंडर लगाया था।

जिसके लिए प्रदेश सरकार 40 करोड़ का बजट प्रावधान भी कर चुकी है। इसके अगले चरण की डीपीआर बनाने का काम चला हुआ था, लेकिन अब सरकार के रूख के बाद इस पर भी ब्रेक लग गई है। सरकार के रूख के बाद इसे लेकर आगे कदम बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही इससे जुड़ी रोपवे योजना भी खटाई में जाएगी। उधर, बल्ह में प्रस्तावित हवाई अड्डे का विरोध कांग्रेस के साथ ही स्थानीय लोग व किसान भी करते आ रहे हैं। बता दें कि ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के लिए बल्ह विस की 2868 बीघा निजी व सरकारी भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। जिससे सैंकड़ों किसान परिवार प्रभावित होने हैं। इसके निर्माण के लिए भारतीय विमान प्राधिकरण के साथ 25 अपै्रल, 2022 को सरकार ने समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया है।

इसके तहत हवाई अड्डे के निर्माण के लिए एक साक्षा उद्यम समझौता के गठन की प्रकिया आरंभ की गई है, जिसमें प्रदेश सरकार 51 प्रतिशत और भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण 49 प्रतिशत खर्चा उठाएगा। हवाई अड्डे के निर्माण के लिए केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम डब्ल्यूएपीसीओएस के माध्यम से डीपीआर भी तैयार की जा चुकी है, जिसमें अनुमानित लागत तीन हजार करोड़ से अधिक बताई गई है। पूर्व सरकार ने हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रकिया भी शुरू कर दी है। इसके सामाजिक प्रभाव का आकलन भी पूर्व सरकार ने करवाया है, अब हवाई अड्डे के लटकने के पूरे आसार बन गए हैं। पूर्व कांग्रेस मंत्री प्रकाश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर बल्ह की उपजाऊ भूमि पर हवाई अड्डा बनाने नहीं देगी। (एचडीएम)

सहन नहीं होगा हजारों किसानों का विस्थापन

कांगे्रस सरकार व पार्टी हवाई अड्डे के पक्ष में है, लेकिन इसका निर्माण किसी अन्य जगह पर होना चाहिए, जहां किसानों की उपजाऊ भूमि का अधिग्रहण कम से कम हो। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इसे लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मिला जाएगा और हवाई अड्डे को कहीं और बनाने की आग्रह किया जाएगा। बल्ह के हजारों किसानों का विस्थापन सहन नहीं किया जा सकता है।

Related posts

हिमाचल के मंत्रियों की घोषणा 2 दिन में:विक्रमादित्य, चंद्रकुमार समेत 7 नाम फाइनल; शिमला-कांगड़ा जिले से मंत्री बनाने पर पेंच

digitalhimachal

वीरभद्र-सुक्खू समर्थक भिड़े, PCC चीफ राठौर बोले- होगी सख़्त कार्रवाई

digitalhimachal

KCC बैंक भर्ती का रिजल्ट नहीं निकालने के खिलाफ अभ्यर्थियों ने किया धरना प्रदर्शन

digitalhimachal

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Privacy & Cookies Policy