नई दिल्ली , देश के लिए खेलने का सपना संजोए बैठे महाराष्ट्र के दायें हाथ के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को उतनी पहचान नहीं मिली जिसके वह हकदार हैं। वह अपनी उपयोगी पारी खेलकर टीम को संकट की घड़ी से बाहर निकालने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने पहले भी कई बार कोलकाता नाइटराइडर्स को संकट की घड़ी से बाहर निकाला था। अब वह मुंबई इंडियंस के साथ ऐसा कर रहे हैं। बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स के सामने मुंबई के खाते में सिर्फ आठ रन जुड़े थे और क्विंटन डिकॉक पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद सूर्यकुमार ने एक छोर संभालते हुए अपनी टीम को संकट की घड़ी से बाहर निकालकर मजबूत आधार दिया। उन्होंने 59 रनों की पारी खेलकर चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ मुंबई के पांच विकेट पर 170 रन तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई। अंतिम ओवरों में हार्दिक पांड्या ने भी आठ गेंदों में 25 रन कूट कर टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचा दिया।
जवाब में केदार जाधव (58) की साहसिक पारी भी चेन्नई सुपरकिंग्स को हार से नहीं बचा पाई और टीम 37 रनों से मुकाबला गंवा बैठी। चेन्नई के बल्लेबाजों को रोकने का काम हार्दिक (3/20) और अनुभवी तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा (3/34) ने किया। यह मुकाबला दोनों टीमों के अच्छे खिलाडि़यों के बीच था और ऐसे में चेन्नई को रोकना मुंबई के लिए आसान नहीं था लेकिन रोहित शर्मा की टीम ने मेहमान टीम को खेल के हर विभाग में पछाड़ दिया। इसके साथ ही चेन्नई के विजयी अभियान पर विराम लगा गया। टीम ने इससे पहले लगातार तीन मुकाबले जीते थे। वहीं, मुंबई इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मुकाबला आठ विकेट हार गई थी। यह मुंबई की आइपीएल में 100वीं जीत है।
एक ओवर दो विकेट
33 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद धौनी और जाधव टीम की पारी को संभाल रहे थे लेकिन हार्दिक ने पारी के 15वें ओवर में धौनी (12) और रवींद्र जडेजा (01) को पवेलियन भेजकर टीम को करारे झटके दिए। इसके बाद मलिंगा ने पारी के 18वें ओवर में क्रीज पर सेट बल्लेबाज जाधव और ड्वेन ब्रावो को आउट चेन्नई की जीत उम्मीद पूरी तरह से तोड़ दी।