मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 12 दिसंबर को बैठक बुलाई थी। पुलिस अधिकारियों को कहा था कि इस तरह के मामलों पर नजर रखें।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 12 दिसंबर को बैठक बुलाई थी। पुलिस अधिकारियों को कहा था कि इस तरह के मामलों पर नजर रखें। पुलिस अधिकारियों ने जाल बिछाया। सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस ने युवाओं को विश्वास जताया था कि जितने भी घोटाले नौकरियों से संबंधित हो रहे हैं उन्हें सामने लाया जाएगा। इस पर हमारी सरकार ने काम शुरू किया है। आरोपी महिला के घर से जूनियर ऑडिटर भर्ती के प्रश्नपत्रों के तीन सेट, 1 जनवरी को प्रस्तावित एक अन्य भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र भी घर से मिले। इसके अलावा 6.40 लाख रुपये आरोपी महिला के घर से मिले। जो भी अधीनस्थ सेवाएं चयन बोर्ड के अधिकारी थे, उनका ब्योरा मांगा गया है। इस दृष्टि से एक एसआईटी का गठन किया गया है।
कर्मचारी चयन आयोग की ओर से चल रही या होने वाली भर्तियों को फिलहाल रोक दिया है। हमारी सरकार का दृष्टिकोण स्पष्ट कि मेरिट को इग्नोर न किया जाए। आने वाले समय में भर्तियां पारदर्शिता से की जाए, कोई भाई-भतीजावाद न हो। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार सोई रही। 14 लाख बेरोजगार युवाओं के साथ धोखा किया है। इसलिए हमने फैसला लिया है कि अगले 60 दिनों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाएगी। पिछली सरकार की भी गलतियां थीं। कुछ और सनसनीखेज जानकारी सामने लाई जाएगी। जो इन संस्थानों में चपरासी लग जाता है, उसी में प्रमोट होता है। अगली चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाएगी। जो लिखित परीक्षा दे चुके हैं, उनका भी देखा जाएगा कि परीक्षा में कोई पेपर लीक भी हुआ है।