नरसिंह यादव 2016 ओलिंपिक खेलों से 20 दिन पहले डोप टेस्ट में फेल हो गए थेवर्ल्ड
एंटी डोपिंग एजेंसी ने उन पर चार साल का प्रतिबंध लगाया गया थानई दिल्ली. रेसलर नरसिंह यादव ने अपने ऊपर लगे डोपिंग के जांच को जल्द खत्म करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की। उन्होंने कहा, “मामले को तीन साल हो गए, लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हुई। इस पर कोर्ट ने सुनवाई करते हुए सीबीआई को धीमी जांच के लिए फटकार लगाई। कोर्ट ने सीबीआई के वकील से कहा, “दो साल से अधिक समय हो गया है। आप क्या कर रहे हैं? संबंधित अधिकारी से निर्देश प्राप्त करें अन्यथा हम आदेश पारित करेंगे।”
जांच में देरी होने पर नरसिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से ट्विटर पर इसके लिए अपील की थी। उन्होंने लिखा था, “एक अंतरराष्ट्रीय पहलवान के लिए न्याय लेना इतना मुश्किल हो रहा है तो एक आम आदमी के लिए यह कितना मुश्किल होगा।”
सीबीआई अधिकारियों के रवैये को लेकर भी नरसिंह ने ट्वीट किया था
उन्होंने सीबीआई के रवैए को लेकर भी ट्वीट किया, “एक छोटे से मामले की जांच में सीबीआई को तीन साल से ज्यादा समय क्यों लग रहा है? हैरान हूं। सच्चाई हर भारतीय को पता है, फिर भी इन अधिकारियों के कानों में जूं नहीं रेंग रही। सिस्टम के शासकों कभी देश हित में सोचा करो। तुम्हारे एक सपोर्ट से मैं फिर से भारत माता के लिए 2020 ओलिंपिक में पदक जीत आऊंगा।”
वाडा ने नरसिंह पर लगाया चार साल का प्रतिबंध लगाया था
नरसिंह ने नाडा में अपील की थी कि यह एक साजिश है। बाद में नाडा ने ओलिंपिक में खेलने के लिए नरसिंह को भेज दिया था, लेकिन वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) ने उन्हें खेलने से रोक दिया। वाडा ने कहा था कि अगर साजिश हुई तो पुलिस ने किसी को गिरफ्तार किया है या नहीं। नरसिंह पर वाडा ने चार साल का प्रतिबंध लगाते हुए कहा था कि अगर भारतीय जांच एजेंसी उन्हें दोषमुक्त करती है तो प्रतिबंध हटा लिया जाएगा।
नरसिंह ने खाने में कुछ मिलाने का लगाया था आरोप
2016 ओलिंपिक खेलों से 20 दिन पहले नरसिंह डोप टेस्ट में फेल हो गए। नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) ने प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके खाने में किसी ने कुछ मिला दिया गया था।