Hamirpur : कांग्रेस पार्टी में जिस प्रकार सुरेश चंदेल का शामिल होने की चर्चा को लेकर माहौल गर्माया उससे संसदीय क्षेत्र की सियासत में भी उफान सा आ गया है। एक तरफ भाजपा में चंदेल को लेकर चिंतन चलता रहा तो वहीं कांग्रेस के बदलते समीकरणों पर गुणा भाग चलते रहे। सूत्रों की मानें तो हाईकमान में अभी चंदेल के अलावा अन्य नामों को भी पैरलल चलाया हुआ है। इसका फैसला आगामी बैठक में होना बताया जा रहा है। वर्ष 2009 में कांग्रेस ने भाजपा से आए नरेंद्र ठाकुर एवं वर्ष 2014 में भाजपा से ही आए Rajinder Rana को टिकट दिया।
उस समय पार्टी में कई ऐसे नेता थे जिन्होंने बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का विरोध किया था। यही नहीं ऐसे कई नेता थे जिन्होंने चुनावों के समय भी पार्टी का काम नहीं किया बल्कि पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम किया। इस बात का प्रमाण चुनावों के दौरान यहां के पर्यवेक्षक रहे गुरचरण सिंह ददाहूर की रिर्पोट में देखने को मिलता है। उस रिर्पोट में उन सभी नेताओं के नाम शामिल है जिन्होंने चुनावों के समय काम नहीं किया। मिली जानकारी के अनुसार सुरेश चंदेल के अलावा अभी तक राजेंद्र राणा एवं कर्नल धर्मेंद्र पटियाल के नामों को भी चर्चा में रखा हुआ है।
कांग्रेस के 13 नेताओं के पत्र का हाल हुआ तेहरवीं जैसा
भाजपा नेता सुरेश चंदेल का कांग्रेस में आने के संकेतों के साथ हाल ही में कांग्रेस के 13 नेताओं द्वारा हाईकमान को मुकेश अग्निहोत्री की टिकट देने की पैरवी करने के पत्र का तेहरवीं जैसा हाल होने की चर्चा चलती रही। हैरानी इस बात की है कि जो लोग स्वंय नहीं जीत पाए वो इस पत्र में दूसरे की पैरवी करते दिखे। ये वे नेता हैं जो स्वयं हजारों वोटों के अंतर से विधानसभा चुनाव हार चुके है। सूत्र बताते हैं कि चंदेल के नाम पर चर्चा से पहले तक मुकेश को ही उतारने पर जोर दिया जाता रहा, लेकिन अब ये बात सिरे नहीं चढ़ पाई।
राणा कैंप में खुशी का माहौल
उधर वीरभद्र सिंह का दिल्ली के लिए रवाना होने से राजेंद्र राणा कैंप में खुशी का माहौल है। बताते चलें कि वीरभद्र सिंह पहले ही राणा के पुत्र अभिषेक राणा को अपनी पसंद का प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि यदि अभिषेक पर माहौल न बना तो बात राजेंद्र राणा पर भी आ सकती है।